Wednesday 27 November 2013

Lactose Intolerance। लेक्टोज़ इनटोलरेंस:-


1. दूध में क्या होता है?

दूध में पानी, चीनी, प्रोटीन, फेट और अनेक अन्य सामग्री होता है। ये शरीर के लिये लाभदायक होते हैं।

2. लेक्टोज़ (lactose) क्या होता है?

लेक्टोज़, दूध में उपस्थित उपस्थित, एक प्रकार के चीनी को कहते हैं। यह एक तरह का कार्बोहाईड्रेट (carbohydrate) हुआ। इसको पचाने के लिये शरीर में एक विशेष एंज़ाईम का जरूरत होता है, जिसे “लेक्टेज़ एंज़ाईम (lactase enzyme)” कहते हैं। यह अंतड़ी के उपरी स्तर, जिसे “इंटेस्टाईनल म्युकोज़ा (intestinal mucosa)” कहते हैं, उसपर मौजूद होता है।

3. लेक्टोज़ इनटोलरेंस किसको कहते हैं?

लेक्टोज़, को पचाने में कठिनाई को लेक्टोज़ इनटोलरेंस कहते हैं। इसमें किसी कारण से अगर इंटेस्टाईनल म्युकोज़ा पर लेक्टेज़ एंज़ाईम का कमी हो जाता है, तो उसे लेक्टोज़ इनटोलरेंस कहते हैं।

4. लेक्टोज़ इनटोलरेंस किस स्थिती में हो सकता है?

लेक्टोज़ इनटोलरेंस, लेक्टेज़ एंज़ाईम के कमी से होता है। यह नीचे लिखे हुये स्थिती में हो सकता है।

उम्र के साथ लेक्टेज़ एंज़ाईम में कमी। यह बड़े लोगों में होता है, जो खास करके दूध-दही कम खाते हैं, और पाश्चात्य खाना अधिक खाते हैं। उनके शरीर में लेक्टेज़ एंज़ाईम बनना कम हो जाता है। यह अंदाज किया जाता है कि भारत में, एक चौथाई से आधे लोगों में लेक्टेज़ एंज़ाईम का कमी हो जाता है। कभी कभार ये बच्चों में भी पाया जाता है। इसको प्राईमरी लेक्टोज़ इनटोलरेंस (Primary lactose intolerance) कहते हैं।

अगर किसी बीमारी से इंटेस्टाईनल म्युकोज़ा को नुकसान पहुंचता है, जिससे कि लेक्टेज़ एंज़ाईम का कमी हो जाता है। यह क्षणिक हो सकता है, जैसे कि कोई खराब खाना से पेट खराब होना और दस्त लगना (diarrhea)। उदाहरण के लिये पेट में रोटा वायरस (rota virus), या फिर पेट में कीड़ा जैसे कि जीयारडिया (giardia) होने से कुछ समय के लिये लेक्टेज़ एंज़ाईम का कमी हो जाता है। अथवा, यह लंबे समय तक चल सकता है, जैसे कि कोई अंतड़ी का बीमारी, जैसे कि सिलियेक डिसीज़ (celiac disease), क्रोंस डिसीज़ (crohn’s disease) । कुछ नवजात शिशु को, उनके लेक्टेज़ एंज़ाईम के पाचन शक्ति से बहुत अधिक दूध पिलाने से, कुछ समय के लिये लेक्टेज़ एंज़ाईम का कमी हो जाता है। इन सभी तरह के परिस्थिति के लेक्टेज़ एंज़ाईम के कमी को सेकंडरी लेक्टोज़ इनटोलरेंस (Secondary lactose intolerance) कहते हैं।

कुछ नवजात शिशु को जन्म से ही लेक्टेज़ एंज़ाईम का कमी होता है, जिसे कि कंजेनिटल लेक्टेज़ डेफिसियेंसी (congenital lactase deficiency) कहते हैं।
कुछ शिशु समय से पहले पैदा होते हैं, जिन्हें प्रिमेच्योर बेबी (premature baby) कहते हैं। गर्भ के आखिरी महीनों में इंटेस्टाईनल म्युकोज़ा में लेक्टेज़ एंज़ाईम बनता है। समय से पहले पैदा होने पर, इस लेक्टेज़ एंज़ाईम से वो वंचित रह जाते हैं। लेकिन यह कुछ महीनों में ठीक हो सकता है।
कुछ देश के लोग, जैसे कि चाईना (china) के लोग, को जेनेटिक्स के कारण लेक्टोज़ इनटोलरेंस होता है।

5. लेक्टोज़ इनटोलरेंस में क्या लक्षण (symptoms) होता है?

लेक्टोज़ इनटोलरेंस, में कोई भी दूध पीने से हाजमा खराब हो जाता है। इसमें पेट भरा लगता है, पेट दर्द देता है, पेट फूला लगता है, हवा निकलता है और उल्टी लगता है।

6. लेक्टोज़ इनटोलरेंस में क्या जांच होता है?

क्योंकि लेक्टोज़ इनटोलरेंस अधिकतर लोगों में पाया जाता है, इसको साधारणतः बीमारी नहीं माना जाता है। इसीलिये, इसका जांच नहीं किया जाता है। वैसे जरूरत पड़ने पर इसके लिये जांच किया जा सकता है।

7. लेक्टोज़ इनटोलरेंस के अलावा क्या हो सकता है?

लेक्टोज़ इनटोलरेंस के समान लक्षण वाला रोग है दूध के प्रोटीन से एलर्जी। एलर्जी अधिक खतरनाक होता है, और पैखाने में खून भी आ सकता है। इसके लिये स्पेशलिस्ट डाक्टर से जांच करायें। इसके अलावा, उपर लिखे हुये अन्य बीमारी भी लेक्टोज़ इनटोलरेंस दे सकता है।

8. लेक्टोज़ इनटोलरेंस के लिये डाक्टर के पास कब जाना चाहिये?

क्योंकि लेक्टोज़ इनटोलरेंस विभिन्न बीमारी में पाया जाता है, इसके लिये आपको डाक्टर के पास जरूर जाना चाहिये कि कोई अन्य बीमारी तो नहीं है?

9. लेक्टोज़ इनटोलरेंस में दूध कम पीने से क्या होगा?

सबसे प्रमुख, शरीर को केलसियम (calcium) मिलना बंद हो जायेगा। इसके अलावा, दूध से अन्य चीज मिलना बंद हो जायेगा।

10. अन्य किन खाना से लेक्टोज़ मिल सकता है?

लेक्टोज़ एक तरह का चीनी है। यह दूध के अलावा, अनेक प्रकार का खाना और दवा में हो सकता है। उदाहरण के लिये – ब्रेड, कोर्नफ्लेक्स, पोटाटो चिप्स, और अन्य पैकेट फुड में।

11. लेक्टोज़ इनटोलरेंस में किस प्रकार का दूध पदार्थ खा सकते हैं?
जिन लोग को लेक्टोज़ इनटोलरेंस है, वो कम मात्रा में नीचे लिखे चीज खा सकते हैं।

* दही
* छाछ या मट्ठा या मक्खन निकाला हुआ दूध (buttermilk)
* पुराना चीज़ (aged cheese)
* सोयाबीन का दूध, अगर आपको सोयाबीन से कोई एलर्जी नहीं है
* जिस पदार्थ में लेक्टोज़ नहीं हो
* आईसक्रीम
* मिल्कशेक
* बकरी का दूध

12. लेक्टोज़ इनटोलरेंस में और क्या कर सकते हैं, कि कोई तकलीफ न हो?
आप दूध अगर लेना चाहें, तो कम कम करके, जैसे कि एक चौथाई से आधा कप तक, अधिक बार लें।

दूध खाने के साथ लें, लेक्टोज़ रहित खाद्य प्दार्थ लें, उपर बताय गये दूध के बदले अन्य प्दार्थ लें, अन्य तरह के खाना और दवा में, लेक्टोज़ के तरफ ध्यान दें, अन्य तरह से केलसियम लें, जैसे कि बदाम, हरी सब्जी, मछली, पनीर, सोया, और केलसियम के दवा, लेक्टेज़ एंज़ाईम का दवा ले सकते हैं
और अन्य दवा जो कि पेट दर्द या दस्त के लिये ले सकते हैं

दस्त के लिये नमक-पानी का घोल या ओ आर एस के घोल के बारे में जानें
अपने अन्य बीमारी, जैसे कि कोई पेट का इंफेक्शन या अंतरी का बीमारी का इलाज करायें ।


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