Wednesday 13 February 2013

वसंत पंचमी का महत्त्व I

वसंत पंचमी का महत्त्व

- विद्या है तो सब कुछ है , इसलिए वेलेंटाइन डे मनाना ना मनाना अपना व्यक्तिगत फैसला हो सकता है ; पर सरस्वती पूजा अवश्य करें।

- वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा का महत्त्व है।वसंत पंचमी तिथि के दिन माता सरस्वती का जन्म हुआ, इसलिये बसंत पंचमी का दिन विद्या जयंती के नाम से भी जाना जाता है।

- कलयुग में वाचालता ही बुद्धिमत्ता का परिचायक है।कई बार सही समय पर सही जवाब नहीं दे पाने से बात बिगड़ जाती है।वाणी को प्रभावी बनाने वाली देवी सरस्वती है।

- आज धनी से धनी व्यक्ति भी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाना चाहता है।विद्या की देवी सरस्वती है।

- विद्वान व्यक्ति ही सब कुछ पा सकता है। अर्थात सांसारिक सुखों की प्राप्ति के लिए और आध्यात्मिक उन्नति कर इस जीवन के बाद के जीवन को भी उन्नत बनाने वाली देवी सरस्वती है।

- बालक-बालिका इस दिन से विद्या का आरंभ करते हैं।

- संगीतकार अपने वाद्ययंत्रों का पूजन करते हैं।

- स्कूलों और गुरुकुलों में सरस्वती और वेद पूजन किया जाता है।

- हिन्दू मान्यता के अनुसार वसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन बिना मुहूर्त जाने शुभ और मांगलिक कार्य किए जाते हैं।

No comments:

Post a Comment