सिगरेट का कारोबार
हमारे देश में विदेशी कंपनी ITC प्रतिवर्ष लगभग
1800
करोड़ रुपये का सिगरेट का कारोबार करती है। हमारे
देश में
प्रतिवर्ष 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की सिगरेट
पी जाती है। मुनाफे की दरअगर 20% भी मानी जाए
तो ITC तकरीबन 360 करोड़ रुपया प्रतिवर्ष
मुनाफा कमा ले जाती है।
500 सिगरेट बनाने में जितना कागज लगता है वो एक
पेड़
काटने पर मिलता है, इस प्रकार ITC कंपनी सिगरेट
बनाने
के लिए हर साल भारत में '14 करोड़'
पेड़ काटती है लेकिन अगर कोई गरीब घर
का चूल्हा जलाने के
लिए पेड़ काटे तो उसे वन विभाग सजा दे देता है। ऐसे हैं
भारत में चल रहे अँग्रेजी कानून।
स्वास्थ्य भी खराब, पर्यावरण भी खराब और देश
का पैसा भी विदेश में जाता हैं। ये सिगरेट
कंपनियां इतनी पैसे
वाली हैं की सरकारों को भी खरीद लेती हैं......
इसी कारण
भारत में गुटखा बंद हो जाता है लेकिन गुटखे से
ज्यादा तम्बाकू वाला उत्पाद सिगरेट
बिकती रहती हैं।
नोट: गुटखा और सिगरेट दोनों ही स्वास्थ्य के लिए
हानिकारक हैं।
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